रिश्ते
यह तो हमारा भ्रम है
कि हम रिश्ते
बनाते और तोड़ते हैं
सच तो यह है
कि रिश्ते
हमें तोड़ते और बनाते हैं
गलत है यह सोच
कि रिश्ते हमें
हँसाते या रुलाते हैं
रिश्ते तो आईना हैं
बस हमें अपनी शक्ल
दिखलाते हैं
यह तो हमारा भ्रम है
कि हम रिश्ते निभाते हैं
सच तो यह है
कि आखरी दम तक
रिश्ते हमारा साथ
निभाते हैं
रिश्ते ही वह सीढ़ी हैं
जिस पर चढ़कर
हम भगवान के घर जाते हैं
Thursday, April 16, 2009
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10 comments:
सच है, वस्तुत: हम भ्रम के चहुंओर ही जीते-मरते हैं...
बहुत बढ़िया !
Manjul , Kamini aunty read your poem , and I asked her what to write ! She exclaimed -' I am choked with sentiment ! Brilliant thoughts on human relationship: conveying so much in so little."
A philosophy on life in just a few stanzas; yet its reality , the crux of life ! A pretty piece , we both enjoyed reading!
भ्रम है....sare kuch hi भ्रम है
par agar yeh rishte nahi hote, to hum yeh kahe sakte bhi nahi, ki shayad, hum, tum, sare duniya hi भ्रम है
Aapki khayalo mein hamesha bada depth hai Manjul ji :)))
रिश्ते ही वह सीढ़ी हैं
जिस पर चढ़कर
हम भगवान के घर जाते हैं
अति सुन्दर अभिव्यक्ति,
आपने अपनी कविता मे जीवन का सार ही बता दिया
आभार
मुम्बई टाईगर
हे प्रभु यह तेरापन्थ
dear manjul--bahut sunder abhivyakti hai.tumhaare bhav hamesha kuch keh jaate hain --didi
Sahee kaha...rishte hame banate yaa todte hain!
http://kavitasbyshama.blogspot.com
http://smamasansmaran.blogspot.com
http://aajtakyahantak-thelightbyalonelypath.blogspot.com
http://shama-baagwaanee.blogspot.com
http://shama-kahanee.blogspot.com
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http://gruhsajja-thelightbyalonelypath.blogspot.com
काफी देरतक पढ़ती रही ...एक प्रभाव शाली शैली और उतनी ही प्रभाव शाली अभिव्यक्ती ..
you liked my chintan thanks .iread allyour posts on sulekha ,liked them a lot .
"यह तो हमारा भ्रम है
कि हम रिश्ते
बनाते और तोड़ते हैं
सच तो यह है
कि रिश्ते
हमें तोड़ते और बनाते हैं"
इन पंक्तियों ने सब कह दिया...बहुत बहुत बधाई...
मैनें अपने सभी ब्लागों जैसे ‘मेरी ग़ज़ल’,‘मेरे गीत’ और ‘रोमांटिक रचनाएं’ को एक ही ब्लाग "मेरी ग़ज़लें,मेरे गीत/प्रसन्नवदन चतुर्वेदी"में पिरो दिया है।
आप का स्वागत है...
रिश्तों को सुंदरता से ब्यां किया है ।
http://gunjanugunj.blogspot.com
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